किसी पर भरोसा करना आसान नहीं होता, और जब वही भरोसा टूट जाता है तो अंदर तक दर्द छोड़ जाता है। हर कोई इस दर्द को शब्दों में नहीं कह पाता, इसलिए लोग विश्वास पर धोखा शायरी खोजते हैं—ताकि किसी तरह दिल का बोझ हल्का हो सके। ये शायरियाँ अक्सर वही बात कह देती हैं जो हम खुद कह नहीं पाते।
धोखा हमेशा ज़ख्म नहीं देता, कभी-कभी इंसान को नया नज़रिया भी दे जाता है। हम जिसको अपना मान लेते हैं, वही अगर पीछे से वार करे तो सन्नाटा दिल में उतर जाता है। ऐसे वक्त में विश्वास पर धोखा शायरी दिल की उस चुप्पी को आवाज़ देती है, और हमें एहसास कराती है कि दर्द में भी एक तरह की ताकत छिपी होती है।
विश्वास पर धोखा शायरी
तेरा दिया धोखा आज भी याद है,
पर शुक्र है आँखें खोलने का तू ही कारण है।

हमने भरोसे से रिश्ते सजाए थे,
और उन्होंने चालाकी से दिल जलाए थे।
दिल पर वार कर गया वो मुस्कुराकर,
यकीन था जिस पर वही निकल गया धोखेबाज़ होकर।

हम सच्चे थे, इसलिए धोखा खा गए,
धोखेबाज़ होते तो बच भी जाते।
तू धोखा देकर चला गया, ग़म तो है पर अफसोस नहीं,
तेरे बाद जाना कि दुनिया में अपना कोई ख़ास नहीं।

भरोसा करके ही तो टूटे हैं हम,
वरना चालें तो हम भी चलना जानते थे।
जिसे दिल दिया था यार समझकर,
उसी ने धोखा दिया हिसाब बनाकर।

भरोसा टूटा है दिल नहीं,
अब किसी पे यकीन करना सीखेंगे सही।
विश्वास पर धोखा शायरी 2 Line
हमने भरोसा दिया नज़रें झुकाकर,
उसने धोखा दिया चेहरे पर मुस्कान सजाकर।
तेरा दिया हुआ धोखा भी क्या खूब था,
दिल टूटा, मगर आँखें खुल गईं।
हमने चाहत में सब कुछ दे दिया,
और उसने मतलब में हमें बेच दिया।
यकीन पर वार वो ऐसे करता गया,
जैसे हम इंसान नहीं उसकी आदत थे।
यकीन टूटा तो आवाज़ नहीं आई,
बस अंदर से एक दुनिया ढह गई।
विश्वास पर धोखा शायरी Dosti
हमने सच्चाई दिखाई,
उसने धोखे की नई परिभाषा लिख दी।
भरोसा जितना गहरा हो,
टूटने का शोर उतना बड़ा होता है।
दिल दिया था इज़्ज़त के साथ,
वो ले गया मतलब के साथ।
धोखा खाकर भी मुस्कुराए हम,
ये हमारी फितरत थी, उसकी नहीं।
कभी-कभी धोखा भी जरूरी होता है,
जिससे पता चले कि कौन अपना है और कौन सिर्फ़ अपनापन दिखाता है।
विश्वास पर धोखा शायरी love
जिसको अपनी धड़कन बनाया था,
उसी ने सबसे गहरा ज़ख्म दिया।
दिल टूटा है मगर हिम्मत नहीं,
अब भरोसा किसी पर इतनी जल्दी नहीं।
कभी-कभी लोग बदनाम नहीं करते,
उनका दिया धोखा कर देता है।
वो चला गया तो क्या,
अब दिल किसी को इतनी सस्ती में नहीं मिलेगा।
जिसको दिल दिया था, वो दिल में खंजर उतार गया,
हमको तो प्यार चाहिए था, वो तजुर्बा देकर पार गया।
झूठ और धोखा शायरी
जिसने सबसे ज़्यादा भरोसा किया,
वही सबसे गहरी चोट खाता है।
मुस्कुराकर दिया गया धोखा,
सबसे ज़हरीली चोट होती है।
धोखा खाने के बाद ही समझ आता है,
हर हँसता चेहरा अपना नहीं होता।
हमने भरोसा रखा था इज़्ज़त की तरह,
और उसने तोड़ दिया आदत की तरह।
धोखे ने गिराया नहीं,
बस लोगों को परखना सिखा दिया।
जिस पर सबसे ज्यादा भरोसा था,
वही सबसे पहले बदल गया।
निष्कर्ष
हम उम्मीद करते हैं कि यहाँ दी गई विश्वास पर धोखा शायरी आपको दिल से जुड़ी लगी होगी। अगर इन शायरियों ने आपके दर्द को थोड़ा भी हल्का किया है, तो इन्हें उन लोगों के साथ ज़रूर शेयर करें जिन्होंने भरोसे के बदले कभी धोखा सहा है। हो सकता है आपकी भेजी हुई ये विश्वास पर धोखा शायरी किसी टूटे हुए दिल को नई हिम्मत दे दे।